आशिकी

सब्र इतना रखो की इश्क़ बेहूदा ना बने

सब्र इतना रखो की इश्क़ बेहूदा ना बने . . . खुदा मेहबूब बन जाए ... पर महबूब खुदा ना…

5 years ago

पलाश के फूलों कि तरह

एक ख़ूबसूरत पेड़ जिसपे खिले थे लाल मखमली खूबसूरत फूल इसे देख अचानक ठहर गयी नज़र क्योंकि नहीं थी उसपे…

5 years ago

किसी को चाहना तो

किसी को चाहना तो इतनी शिद्दत से चाहना की उसके जाने के बाद तुम्हारी कविताएँ मोहताज न रहें किसी समीक्षक…

5 years ago

जब नारी किसी नर से कहे

सुन रहे हो प्रिय? तुम्हें मैं प्यार करती हूँ। और जब नारी किसी नर से कहे, प्रिय! तुम्हें मैं प्यार…

5 years ago

तुम दिल्ली की इठलाती मेट्रो

तुम दिल्ली की इठलाती मेट्रो मैं कलकत्ते का सहमा ट्राम प्रिये तुम अंग्रेजी की पॉपुलर लेक्चरर मैं हिंदी का लेखक…

5 years ago

इश्क में रूठना एक अदा है

इश्क में रूठना एक अदा है, पर रूठकर दूरी बनाना.... एक इशारा, किसी से रूठ कर आप उनसे दूरी बनाते…

5 years ago

मेरे इश्क का वजूद

कभी लफ़्ज़ों में मत ढूँढना... मेरे इश्क का वजूद... . . मैं उतना नहीं लिख पाता... जितना महसूस करता हुँ...

5 years ago

जब भी नाराज़ होती है

वो अपनी नाराजगी कुछ यूँ जाहिर करती है जब भी नाराज़ होती है #तुम से #आप कहने लगती है 😍…

5 years ago

मुझे पसंद हैं

मुझे पसंद हैं धूसर कत्थई होंठ बिन काजल बड़ी आंखें पसीने से धुला चमकता चेहरा ख़ुश्क लहराते बाल सादे कपड़े…

5 years ago

प्रेम मेरे लिए वह अंतहीन यात्रा है

प्रेम मेरे लिए वह अंतहीन यात्रा है जिसका कोई लक्ष्य नहीं!तुम भी नहीं!! . . . तुम तो वह सहयात्री…

5 years ago