हक़ीक़त को तलाश करना पड़ता है... . . . . अफवाहें तो घर बैठे आप तक पहुँच जाती है..
अच्छा लगता है ना जब कोई आपकी बात बहुत गौर से सुनता है आपकी हर छोटी कही बात भी उसको…
रिश्तों की चाय में शक्कर ज़रा माप के ही रखना... . . . फीकी हुई तो स्वाद नही आएगा.. ज्यादा…
बरसात के मौसम में आना कभी तू घर मेरे, खुश्बू अजीज होती है इन दिनो कच्चे मकानो की...
धोखा देती है चेहरे की चमक अक्सर . . . हर कांच के टुकड़े को हीरा नहीं कहते 💎
फितरत तो कुछ यूं भी है, इंसान कीसाहब.....#बारिश खत्म हो जाये तो छतरी बोझ लगती है।#बारिश
भीड़ में सब लोग अच्छे नहीं होते...!! और.... अच्छे लोगों की भीड़ नहीं होती....!!!
बहुत बार हम "धागे" ही इतने कमज़ोर चुन लेते हैं, की पूरी ज़िंदगी ही "गाँठ बाँधने" में गुज़र जाती हैं..!🙏
अच्छी यादों का आचार डालिए और सालों साल रखिए . . . बुरी यादों की चटनी बनाइए और दो दिन…