आशिकी

कुछ कुछ इश्क़ सा था

एक मकाम तक आकर उनका लौट जाना मुड़ मुड़कर फिर आना आकर सताना न जाने क्यों मेरी समझ से बाहर…

6 years ago

पता नहीं क्या जादू है

पता नहीं क्या जादू है 👉🏻पागल शब्द में.. . . . . . . . . . जमाना कहे तो…

6 years ago

चाय ठंडी होती गई

बैठे चाय की प्याली लेकर पुराने किस्से याद करने… चाय ठंडी होती गई और किस्से गरम होते गये !!

6 years ago

कुछ जवाब तेरी-मेरी

रहने दे कुछ बाते..... यूँ ही अनकही सी.. . . . कुछ जवाब तेरी-मेरी … ख़ामोशी में अटके ही अच्छे…

6 years ago

दरिया अगर सूख भी जाये

कैसे भूलेगी वो मेरी बरसोंकी चाहत को… . . . . दरिया अगर सूख भी जाये तो रेत से नमी…

6 years ago

ख़ुशी उन्हे दे दो

ख़ुशी कहा हम तो “गम” चाहते है, ख़ुशी उन्हे दे दो जिन्हें “हम” चाहते है

6 years ago

इश्क़ का हिसाब

इश्क़ का तो ऐसा हिसाब है कि . . . बंद हो चुका नंबर भी डिलीट करने को दिल नहीं…

6 years ago

सिर्फ तेरा साथ चाहिये

काश तुम पूछो की मुझसे क्या चाहिये, मैं पकडू बस तेरा हाथ और कहूँ सिर्फ तेरा साथ चाहिये…

6 years ago

नफरत

बहुत पाक रिश्ते होते है नफरतों के, कपड़े अक्सर मोहब्बत में ही उतरते हैं…

6 years ago

डर लगता है

डर लगता है तेरी तारीफ़ करने में भी, कही ज़माना पूछ न बैठे ये तेरे कौन लगते है ..

6 years ago