इबारत ... इश्क की, लिखकर.. वो चल दिये... और आयत समझ हम पढ़ते रहे उम्र भर.....!
दिल को छोड़ के चेहरे की दीवानी हुई है ये दुनिया, अब समझ में आया की सेल्फी वाले फोन महंगे क्यूँ आते हैं।।
परख से परे है शख्सियत मेरी मैं उन्ही के लिए हूँ जो समझें कदर मेरी....…💓
स्पष्टीरण देने में अपना समय मत बर्बाद करिये..... लोग केवल वही सुनते हैं जो वे सुनना चाहते हैं.
बेवजह शोर मचाने से सुर्खियां नहीं मिला करती..! कर्म करोगे तो खामोशियां भी अखबारों में छपेंगी....
महके-महके से रहते हैं खुश्बू से तेरी तुम बन के इत्र बिखर गये हो मुझमें कहीं.!!
दिल खुद ढूंढ लेता है तेरी बेरुखी के बहाने। तुम्हे अपनी सफाई में कुछ कहने की जरूरत नही।।
राज्यसभा सी है के मेरी ख्वाहिशें... स्थागित ही होती रहती हैं।😊
#उम्मीद लगाए आज भी, तेरा करता हूं इंतज़ार.! आओगे एक दिन पास मेरे, जब टूटेगा विश्वास.! मैं चाहूंगा फिर भी तुमको, तुम रखना यह विश्वास.! मेरा दर खुला है खुला रहेगा, यह जानो मेरी बात.!