दर्द भी वही देते हैं जिन्हे हक दिया जाता हो वर्ना गैर तो धक्का लगने पर भी माफी माँग लिया…
जहां तक रिश्तों की बात है तो लोगो का आधा वक्त अनजान लोगों को इम्प्रेस करने में निकल जाता है…
याददाश्त का कमजोर होना बुरी बात नहीं है बड़े बेचैन रहते है वो लोग जिन्हें हर बात याद रहती है
कुछ गम, कुछ ठोकरें, कुछ चीखें उधार देती है। कभी-कभी जिंदगी, मौत आने के पहले ही मार देती है।।
कोयल अपनी भाषा बोलती है इसलिए आजाद रहती है तोता दूसरों की भाषा बोलता है इसलिए पिजरे में रहता है…
रात भर चलती हैं उँगलियाँ मोबाइल पर किताब सीने पे रख कर सोये हुए एक जमाना हो गया...!!!
ये कश्मकश है ज़िंदगी की कि कैसे बसर करें ...... ख्वाहिशे दफ़न करे या चादर बड़ी करें ....