राह में खतरे भी हैं लेकिन ठहरता कौन है. मौत कल आती है आज आ जाए डरता कौन है. तेरे…
#पिता अर्थात एक जोड़ी वह आंख, जिसकी पलकों में अंकुरते हैं बेटे को हर तरह से बड़ा करने के हजारों…
#पिता अर्थात वह लाठी, जो छोटे पौधे को सीधा करने के लिए, खड़ी और गड़ी रहती है, साथ-साथ...।
पिता अर्थात छायादार वह बड़ा वृक्ष, जिसमें बचपने की गौरेया बनाती है घोसला...। #फादर्सडे
"माँ" एक ऐसी बैंक है जहाँ आप हर भावना और दुख जमा कर सकते है। #Mother #माँ #अम्मा
तू रंज न कर मैं तुझसे नही खुद से रुठा हूँ.. मैं वो फल हूँ जो अपनो के पत्थर से…
🍃 चन्द्रगुप्त ने पुछा 🍃 अगर किस्मत पहले ही लिखी जा चुकी है तो, कोशिश कर के क्या मिलेगा ?…
सच चाहता है उसे हर कोई पहचाने और झूठ हमेशा डरता है कोई उसे पहचान ना ले
मंज़िल पाना तो दूर की बात अगर ऐसे ही Ego में रहोगे तो रास्ते भी नहीं दिखेंगे