ज़रूरी नहीं की जो लड़कियां sad शायरी
करती हैं वो ” बीमार ए इश्क ” हों
मेरी तरह घर वालों के ताने सुन सुन कर भी
Sad शायरी करती हों…….
ज़रूरी नहीं की जो लड़कियां sad शायरी
करती हैं वो ” बीमार ए इश्क ” हों
मेरी तरह घर वालों के ताने सुन सुन कर भी
Sad शायरी करती हों…….