इबारत …
इश्क की, लिखकर..
वो चल दिये…
और आयत समझ हम पढ़ते रहे उम्र भर…..!
दिल को छोड़ के
चेहरे की दीवानी हुई है ये दुनिया,
अब समझ में आया की
सेल्फी वाले फोन महंगे क्यूँ आते हैं।।
स्पष्टीरण देने में
अपना समय मत
बर्बाद करिये…..
लोग केवल
वही सुनते हैं
जो वे सुनना चाहते हैं.
बेवजह शोर मचाने से
सुर्खियां नहीं मिला करती..!
कर्म करोगे तो खामोशियां
भी अखबारों में छपेंगी….
महके-महके से रहते हैं खुश्बू से तेरी
तुम बन के इत्र बिखर गये हो मुझमें कहीं.!!