कल मिले आज याद नहीं
शायद थी उन्हें तब फुर्सत
जब रुके मोड़ पे उनके हिसाब से नहीं
जिधर देखो इश्क के बीमार बैठे हैं
जिधर देखो इश्क के बीमार बैठे हैं
हजारों मर गये लाखों तैयार बैठे हैं
बर्बाद होते हैं Tweeter के पीछे
और कहते हैं की
मोदी सरकार कि वजह से बेरोजगार बैठे है
😛😛😂
अनुभव तो मिलेगा हमें
निराशावादी बनने से बेहतर है प्रयोगवादी बनना
हासिल कुछ ना हुआ तो अनुभव तो मिलेगा हमें
किसान पर क्या गुज़रती होगी
कभी आप खुले आसमान के नीचे अपनी कमाई रख कर देखिये,
रात भर नींद नहीं आएगी…..!
सोचिये किसान पर क्या गुज़रती होगी … . ???
किसी को शिद्दत से चाहो
किसी को शिद्दत से चाहो !!
तो पूरी कायनात का “भाव” वो अकेला ही खाने लग जाता है 😂😂😂